U Times, उत्तरकाशी
विश्व पर्यटन दिवस (world tourism day) पर उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से वरूणावत टॉप तक आज ट्रेकिंग की दिशा में ऐतिहासिक कदम पड़े। वरूणावत को ट्रेकिंग के क्षेत्र में नई पहचान दिलाने के लिए मंगलवार को यहां सैकड़ों पर्यटक ट्रेकिंग के लिए पहुंचे। वरूणावत से सटे संग्राली गांव, पाटा, बागियाल गांव में पर्यटकों के दल का ढोल नगाड़ों से जोरदार स्वागत हुआ। पर्यटकों ने यहां शानदार अंदाज में विश्व पर्यटन दिवस मनाया और नाचगान व गढ़भोज के साथ ही गांव के कई स्थानों पर साइक्लिंग कर खुद को नैसर्गिक ऊर्जा से भरा।
जाहिर है, जिस वरुणावत पर्वत को उत्तरकाशी बारंबार 2003 की कुदरती त्रासदी के लिए याद करता है, आज उसी वरुणावत पर नए ट्रेकिंग रूट की शुरुआत के साथ संग्राली, पाटा और बगियाल गांव भी खुशियों से झूम उठा। वरूणावत के जख्मों से उत्तरकाशी के पस्त हौसलों को आज जिला प्रशासन और होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी के प्रयासों ने नई उड़ान देने का काम किया है।
Photo: U Times
इस मौके पर पर्यटकों के दल को मंगलवार सुबह उत्तरकाशी विश्वनाथ मंदिर से हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि आने वाले समय में वरुणावत ट्रेकिंग की दिशा में नई पहचान कायम करेगा। न सिर्फ ट्रेकिंग बल्कि आध्यात्मिक डेस्टिनेशन (spiritual destination) के रूप में भी नई छाप छोड़ेगा।
डीएम अभिषेक रुहेला और होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटुड़ा ने कहा कि महज 4 km दूरी वाला वी-टॉप (v-top trekking root) ट्रेकिंग रूट पर्यटकों को भरपूर रोमांच और साहस से भरने के लिए काफी है।
संग्राली ग्राम प्रधान संदीप सेमवाल ने कहा कि गांव में पर्यटक होम स्टे में रह सकते हैं और ट्रेक रूट को पहाड़ की चोटी तक ले जा सकते हैं। गांव वालों ने कहा कि वे चाहते हैं कि लोग उस स्थल का दौरा करें, जो भूस्खलन से तबाह हो गया था। जिसे इको टूरिज्म साइट के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। अगर सरकार प्रस्ताव को स्वीकार करती है, तो यह राज्य में इस तरह की पहली पहल हो सकती है।
होटल व्यवसायी दीपेंद्र पंवार ने कहा कि वरुणावत को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का मतलब कंक्रीट संरचनाओं का निर्माण या वाहनों के यातायात में वृद्धि करना नहीं है, बल्कि एक ट्रेक रूट, साइकिलिंग ट्रे्क्स, इको-पार्क और एक खुला संग्रहालय विकसित करने की दिशा में उठाया कदम है।
इस मौके पर होटल एसोसिएशन के तमाम पदाधिकारी और होटल व्यवसाई, प्रशासनिक अधिकारी, ग्रामीण थे।
0 टिप्पणियाँ
Please Leave a comment below in the box and share your feedback with us.