प्रकाश रांगड़, रुद्रप्रयाग/उत्तरकाशी
भारी बारिश और बर्फबारी के कारण कुबेर एवं भैरव ग्लेशियर के पास ग्लेशियर टूटने से केदारनाथ यात्रा मार्ग आवाजाही के लिए बंद हो गया है। ऐसे में केदारनाथ यात्रा पर फिलहाल पूरी तरह से ब्रेक लग गया है।
केदारनाथ धाम में कपाट खुलने के बाद से लगातार बर्फबारी का दौर जारी है। इसके चलते केदारनाथ की यात्रा फिलहाल रोकी गई है। बुधवार को भी यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में ही रोका गया।
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केदारनाथ में लगातार बर्फबारी से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के मुताबिक इन जगहों पर आज करीब 6888 यात्रियों को रोका गया है। हालांकि केदारनाथ में रुके हुए यात्रियों को प्रशासन ने मंगलवार को दर्शन करा कर गौरीकुंड भेजा।
Photo: Glacier breaks in Kedarnath
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी रजवार ने बुधवार को बताया कि केदारनाथ धाम में पिछले कई दिनों से जारी भारी बारिश और बर्फबारी के कारण कुबेर एवं भैरव ग्लेशियर के पास ग्लेशियर टूटा है। जिससे केदारनाथ यात्रा मार्ग पर आवाजाही बंद है। यात्रा मार्ग को खोलने के लिए अधिशासी अभियंता डीडीएमए को अवगत करा दिया गया है। ग्लेशियर टूटने से किसी प्रकार की नुकसान की सूचना नहीं है। ग्लेशियर कच्चा है, जो मौसम ठीक होने पर जल्द पिघल जायेगा।
गंगोत्री-यमुनोत्री में बारिश के बीच दर्शन
उत्तरकाशी जिले में खराब मौसम के चलते पिछले चार दिन से लगातार बारिश हो रही है। गंगोत्री यमुनोत्री धाम में बारिश के बीच बड़ी संख्या में यात्री दर्शन को पहुंच रहे हैं। यहां प्रतिदिन दोनों धाम में मिलाकर 12 से 15 हज़ार श्रद्धालु दर्शन कर लौट रहे हैं। बुधवार को 13 हजार से अधिक यात्री धामों के दर्शन कर लौटे। अब तक दोनों धाम में डेढ़ लाख से अधिक यात्री दर्शन कर लौटे हैं।
Photo: Gangotri
बद्रीनाथ में बर्फबारी के बीच दर्शन
बद्रीनाथ धाम की यात्रा भी निर्बाध रूप से जारी है। यहां पांच दिन से लगातार बारिश हो रही है। बुधवार को भारी बर्फबारी के बीच तीर्थयात्रियों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। बर्फबारी की परवाह किये बगैर तीर्थयात्री भगवान बद्री विशाल के दर्शन कर रहे हैं। बद्रीनाथ में 10 से 12 हजार यात्री हर दिन पहुंच रहे हैं।
बदरीनाथ धाम में बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय धाम में रहकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। बदरीनाथ धाम में बुधवार दोपहर तक बारिश तथा दोपहर बाद एकाएक बर्फबारी शुरू हो गई।
अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मंदिर समिति पदाधिकारियों तथा प्रशासन के अधिकारियों को तीर्थ यात्रियों को मंदिर में दर्शन, स्वास्थ्य, आवास, संचार, आवागमन आदि सुविधाओं का खासा ध्यान रखने को कहा है। मंदिर समिति तीर्थयात्रियों की सुविधा को अलाव जला रही है।
कुल मिलाकर, मौसम के बनते बिगड़ते हालातों के बीच चारधाम यात्रा खासी प्रभावित हुई है। खराब मौसम ने चारधाम यात्रा की रफ्तार को धीमा करके रख दिया है।
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