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उत्तरकाशी में कूड़ा समाधान पर जारी बवाल शांत, तिलोथ में 60 दिन छंटाई को मिले

प्रकाश रांगड़, उत्तरकाशी

देर सवेर उत्तरकाशी शहर में कूड़ा निस्तारण की समस्या पर जारी हंगामा फिलहाल शांत हो गया है। 
तिलोथ के ग्रामीणों और नगरपालिका के बीच एक बार फ़िर लिखित शर्तनामा बनने के बाद तिलोथ सेंटर में कूड़ा सेग्रीगेशन पर सहमति बन गई है। हालांकि प्रशासन ने तिलोथ से अभी धारा 144 नहीं हटाई है।

U Times, No.1

शनिवार को जिला सभागार में हुई बैठक में गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान और नगरपालिकाध्यक्ष रमेश सेमवाल सहित प्रशासन और ग्रामीणों के बीच तिलोथ में कूड़ा सेग्रिगेशन को लेकर खासी बहस हुई। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए विधायक चौहान ने संघर्ष समिति तिलोथ के चुने गए शिष्टमंडल के साथ कूड़ा निस्तारण पर विस्तृत चर्चा की। 

प्रशासन की मौजूदगी में ग्रामीणों के साथ काफी देर चली बैठक में घूम फिर के वही बात सामने आई कि तिलोथ में कूड़ा न डाला जाए। प्रशासन ने कहा कि कूड़ा छंटाई तिलोथ में ही होना है और कोई चारा फिलहाल नहीं है। हाईकोर्ट के भी स्पष्ट निर्देश हैं। वहीं ग्रामीणों ने तिलोथ में कूड़ा न डालने को लेकर अपनी दलीलें रखी। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों को काफी समझाया। 

हंगामें के बीच बैठक में विधायक चौहान ने कहा कि तिलोथ में किसी प्रकार का कूड़ा डपिंग जोन नहीं बनेगा। सिर्फ कूड़ा छंटाई का काम होगा। इसी आधार पर देर सांय को ग्रामीणों और नगरपालिका के बीच 14 बिंदुओं पर सहमति व्यक्त की गई और समझौता पत्र तैयार करते हुए तिलोथ कूड़ा निस्तारण के लिए राजी हो गए। 

ग्रामीणों और नगरपालिका के बीच हुए समझौते के अनुसार, तिलोथ में कूड़ा डंप नहीं किया जाएगा। यहां केवल पुराना कचरे का ही सेग्रीगेशन होगा। एक अगस्त से अगले 60 दिनों तक तिलोथ में कूड़ा सेग्रीगेशन का काम चलेगा। इससे प्लास्टिक, मिट्टी इत्यादि जो भी ठोस अपशिष्ट निकलेगा, उसका निस्तारण पालिका कहीं और करेगी। एक दिन में निस्तारण केंद्र में 25 ट्रक ही कूड़ा छंटाई लिए ही भेजे जाएंगे। 

समझौते पत्र में यह भी शर्त रखी गई है कि यदि 60 दिन के भीतर किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न किया गया तो उस दिन को निर्धारित सीमा समय में नहीं गिना जाएगा। निर्धारित पूरा होने के बाद कूड़ा निस्तारण तिलोथ में नहीं किया जाएगा।

बैठक में संघर्ष समिति के अध्यक्ष एलम सिंह पंवार, चंदन सिंह पंवार, सुरेश उनियाल, दिनेश चंद्र उनियाल, जय प्रकाश गैरोला, डीएम अभिषेक रूहेला, एडीएम तीर्थपाल सिंह, एसडीएम चत्तर सिंह, सीओ प्रशांत कुमार, ईओ एसके चौहान आदि थे।

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