प्रकाश रांगड़, उत्तरकाशी
सिलक्यारा सुरंग के अंदर पिछले 24 घंटों से रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है। शुक्रवार दोपहर तक सुरंग के अंदर औगर ड्रिलिंग मशीन से पांच पाइप पुश किए जा चुके हैं। अब ये भी बताया जा रहा है कि सुरंग के अंदर 40 नहीं बल्कि 41 मजदूर फंसे हैं। कोटद्वार के उदय सिंह को मिलाकर अब फंसे मजदूरों की संख्या 41 हो गई है।
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रेस्क्यू ऑपरेशन में कितना वक्त लगेगा इसको लेकर फिलहाल सबकी अलग अलग राय है। हालांकि निर्माण कंपनी और प्रशासनिक अधिकारी रेस्क्यू पूरा करने का अनुमानित समय भी बताने में तक परहेज कर रहे हैं। उनका कहना है कि रेस्क्यू प्रगति पर है, अनुमानित तौर पर 60 मीटर हिस्से में मलबा गिरा है।
कहा नहीं जा सकता कि कब तक रेस्क्यू पूरा होगा, लेकिन जिस रफ्तार के साथ घटनास्थल पर रेस्क्यू कार्य चल रहा है, उसको देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है की शुक्रवार देर रात या फिर शनिवार दोपहर तक सभी मजदूर बाहर निकाले जा सकते हैं, हालांकि यह मशीन की कार्य करने की स्पीड और बिना अड़चन के रेस्क्यू कार्य आगे बढ़ने पर ही संभव हो सकेगा।
एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों के अनुसार, सुरंग के अंदर दोपहर एक बजे तक 25 मीटर तक 4 ह्यूम पाइप पुश किए जा चुके हैं, जबकि पांचवां प्रगति पर है। हालांकि अनऑफिशियल तौर पर 30 मीटर के पांच पाइप पुश किए जा चुके हैं। शुक्रवार सुबह सुरंग के अंदर रेस्क्यू के दौरान एक हार्ड रॉक भी लगा, जिस कारण कुछ देर रेस्क्यू को रोकना पड़ा।
हालांकि कुछ देर बाद रेस्क्यू फिर से शुरू हो गया था और फिलहाल सुरंग में निर्बाध रूप से रेस्क्यू जारी है। एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशु मनीष खलगे ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि रेस्क्यू कार्य में किसी प्रकार की बाधा ना आए, इसलिए बैकअप के तौर पर इंदौर से एयरलिफ्ट की मदद से एक और पुश अप मशीन मंगवाई गई है, जो कि कल सुबह तक सिलक्यारा घटनास्थल पर पहुंचेगी।
उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि रेस्क्यू कार्य जल्द से जल्द पूरा हो, जिसके लिए लगातार प्रयास जारी है। फिलहाल रेस्क्यू कार्य में किसी प्रकार की दिक्कत महसूस नहीं की गई है।
मौके पर मौजूद एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस मॉक अभ्यास कर रही है। उम्मीद है की जल्द रेस्क्यू कार्य पूरा होगा और सभी मजदूर सुरक्षित बाहर निकाले जाएंगे। निर्भर करेगा कि अंदर कितने हिस्से तक मलबा गिरा है। अनुमानित तौर पर अंदर 60 मीटर हिस्से में मलबा गिरा होने की आशंका है।
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