प्रकाश रांगड़, उत्तरकाशी
मुखबा-हर्षिल में प्रधानमंत्री का 27 फरवरी का प्रस्तावित दौरा रद्द होने के बाद शासन प्रशासन स्तर पर छह मार्च के प्रस्तावित दौरे की तैयारियां पूरी हो गई है। अब इंतजार पीएम के यहां आने का हो रहा है। बताया जा रहा है कि पीएम के दौरे का कार्यक्रम भी प्रशासन के पास पहुंच चुका है। ऐसे में यह दौरा अब निश्चित माना जा रहा है।
दौरे को लेकर यहां मुखबा-हर्षिल में पार्किंग, सड़क, हेलीपैड, बिजली, पानी से लेकर मंच और सजावट इत्यादि के काम लगभग पूरे कर लिए गए हैं।
U Times, No.1
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हर्षिल-मुखबा में छह मार्च को प्रस्तावित दौरा उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के मकसद से होगा। पहले पीएम का यह दौरा 27 फरवरी को प्रस्तावित था, लेकिन खराब मौसम के चलते दौरा रद्द हो गया। पीएम मोदी के मुखबा-हर्षिल आने से उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा का संदेश देश दुनिया तक पहुंचाने के साथ ही चारों धाम के पर्यटन और तीर्थाटन विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद की जा रही है।
इसके अलावा गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कायाकल्प के साथ ही स्थानीय स्तर पर लंबे समय से मुंह बाये खड़े अनसुलझे मसलों के समाधान की आस स्थानीय जनमानस संजोए बैठा है। इन सबके बीच जिला प्रशासन पीएम दौरे की तैयारी लगभग पूरी कर चुका है।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने संबंधित विभागों व संगठनों को प्रस्तावित दौरे से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद कर पूरी तरह से तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। हर्षिल में सेना का हेलीपैड और मुखबा तक सड़क पर पेंटिंग के साथ ही क्रश बैरियर, पैराफिट्स, साइन बोर्ड्स और दीवार, पुस्ता मरम्मत इत्यादि का काम पूरा किया गया है। हर्षिल में पीएम की सभा के लिए टेंट भी सजकर तैयार है। मुखबा में भी पैदल रास्ते, पार्किंग और मंदिर परिसर में रंग रोगन इत्यादि का कार्य पूरा है।
हालांकि, श्री पांच मंदिर समिति गंगोत्री के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि पिछले दिनों रद्द हुए प्रस्तावित दौरे को लेकर पर्यटन विभाग की ओर से सजावट के तौर पर मुखबा में लगाए गए दस लाख के फूल खराब हो चुके हैं, लेकिन तैयारी पूरी है।
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बैकअप के साथ तैयार रहें: डीएम
जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने हिमपात के कारण सड़क, बिजली और संचार सेवाओं के अवरूद्ध होने पर तुरंत बहाली के लिए प्रभावी प्रबंध सुनिश्चित किए जाने पर जोर दिया है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को कहा कि सभी व्यवस्थाओं के बैकअप प्रबंध भी तैयार रखे जांय।
उन्होंने कहा कि हर्षिल क्षेत्र में काम करने वाले अधिकारी संचार व्यवस्था के लिए मोबाईल नेटवर्क के साथ ही सेटेलाईट फोन और विभिन्न संगठनों के वायरलैस नेटवर्क का इस्तेमाल सुनिश्चित करेंगे। इसके लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को सेटेलाईट फोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
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