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उत्तरकाशी: मुखबा गांव में दलितों के उत्पीड़न का आरोप, डोली नचाने को लेकर हुआ विवाद

U Times, उत्तरकाशी

मां गंगा के मायके मुखबा गांव में अनुसूचित जाति के लोगों ने यहां के गैर दलितों पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। जिलाधिकारी को सौंपे एक ज्ञापन में अनुसूचित जाति के लोगों ने गैर दलितों पर अपशब्दों का प्रयोग कर अभद्रता और व्यवसाय पर कुठाराघात करने का आरोप लगाया है।  

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जिलाधिकारी को लिखे ज्ञापन में कहा गया है कि मुखबा और गंगोत्री मंदिर में अनुसूचित जाति के लोग ढोल बजाने का कार्य करते आ रहे हैं। यहां के मूल निवासी होने के बावजूद मुखबा का गैर दलित एससी समाज के लोगों के साथ गाली गलौच, अभद्रता और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर उनको तिरस्कृत किया जाता है। 

ज्ञापन में भीमदास, शूरवीर लाल, वीरेंद्र, विशन, भाग्यानदास आदि ने बीते 16 सितंबर को मुखबा गांव में आयोजित सेलकू मेले का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि मेले में आराध्य देव समेश्वर देवता की डोली नचाने पर अनुसूचित जाति के एक युवक विपिन के साथ अभद्रता की गई। अपशब्दों का प्रयोग करते हुए गांव के गैर दलित के कुछ लोगों ने डोली नचाने पर आपत्ति जताई और उसके साथ गाली गलौच करते हुए गांव में उसके बहिष्कार की धमकी दी। जिससे अनुसूचित जाति के लोग काफी आहत हैं।

आरोप लगाया है कि गांव के गैर दलित समाज की ओर से सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान चलाने वाला अनुसूचित जाति के किशन कुमार की दुकान का भी बहिष्कार कर दिया गया है। उसकी दुकान से राशन नहीं खरीदा जा रहा है। जिसके कारण गोदाम अधिकारी ने किशन कुमार को राशन देने से मना कर दिया है। 

इसके अलावा अनुसूचित जाति के एक युवक पर यात्रियों से अभद्र व्यवहार का झूठा आरोप भी लगाया गया। उन्होंने प्रशासन से मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

दूसरी ओर श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि अनुसूचित जाति के लोगों की ओर से लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। उन्होंने बीते 16 सितंबर को गांव में आयोजित सेलकू मेले में हुए विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि इस दौरान अनुसूचित जाति के कुछ युवा शराब पीकर आए और देवता की डोली को कंधे से छीन कर नचाने लगे। जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया। राशन की दुकान से राशन न लेने के आरोप पर उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से ग्रामीण नियमित राशन ले रहे थे, लेकिन सेलकू मेले में हुए विवाद के बाद ग्रामीणों ने स्वेच्छा से अपने राशन कार्ड पृथक कराने का विभाग से आग्रह किया है। 

डीएम बोले

डीएम डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट का कहना है कि मुखबा गांव के अनुसूचित जाति के कुछ लोगों द्वारा ज्ञापन दिया गया है। मामले की जांच को पुलिस अधीक्षक को कहा गया है। जांच रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। 


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