U Times, पुरोला
टौंस वन प्रभाग के कोठीगाड रेंज के मुराली बीट में वन निगम के लाटों की आड़ में देवदार के हरे पेड़ों के पातन मामले में लापरवाही पर दो अधिकारियों पर गाज गिरी है। उप वन संरक्षक सुबोध काला ने वन आरक्षी (Forest Guard) व अनुभाग अधिकारी (Section Officer) को सस्पेंड किया है।
साथ ही बगैर सीमा अनुमति पंजिका पर हस्ताक्षर के बीट में घुसने व चीरान करने पर ठेकेदार के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। इसको लेकर रेंज अधिकारी से तत्काल जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
U Times, No.1
मामला दिसंबर 2022 का है जब टौंस वन प्रभाग पुरोला ने आराकोट बंगाण पट्टी के कोठीगाड रेंज समेत सांद्रा, देवता एवं ठडियार रेंज की बीटों में सूखे-गिरे पड़े देवदार आदि प्रजाति के वृक्षों का छपान कर वन निगम को लाट आवंटित किये थे।
जिसमें कोठीगाड रेंज के मुराली बीट के कक्ष संख्या 4 में लाट एक ठेकेदार के नाम आवंटित की गई, पर ठेकेदार ने वन विभाग की लाट सीमा पंजिका पर हस्ताक्षर करे बगैर चीरान कटान का कार्य शुरू कर दिया। वहीं ठेकेदारों के आपसी विवाद में जागटा गांव के शूरवीर सिंह ने वन निगम की लाटों की आड़ में मुराली बीट में दर्जनों देवदार पेड़ों के पातन का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की। जिसके बाद डीएफओ स्तर से विवादित ठेकेदार के लाट कटान पर जांच पूरी होने तक रोक लगा दी गई।
उप वन संरक्षक सुबोध काला ने बताया कि सीएम पोर्टल शिकायत पर विभागीय जांच में 37 पेड़ों के पातन की पुष्टि के बाद वन निगम पर 9 लाख रूपये जुर्माना लगा दिया गया।
वहीं ठेकेदार के बगैर सीमा पंजिका पत्र पर हस्ताक्षर जंगल में घुसकर चीरान व कटान मामले में रेंज अधिकारी से तत्काल रिपोर्ट मांगी। ताकि ठेकेदार के विरुद्ध भी कार्य की जा सके।
बताया कि प्रभाग के अंतर्गत सभी रेंजों की वन विकास निगम को आवंटित सभी लाटों में पातन की डीएफओ उतरकाशी, डीएफओ मसूरी जांच कर रहे हैं।
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