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उत्तरकाशी: धरासू में फिर से 25 लाख से अधिक की वन संपदा के साथ दो गिरफ्तार, वन विभाग सवालों के घेरे में

U Times, उत्तरकाशी

प्रतिबंधित वन संपदा की तस्करी करने वाले तस्करों पर उत्तरकाशी पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है। एक बार फिर से धरासू पुलिस ने नगुण बैरियर के पास चेकिंग अभियान के तहत दो अभियुक्तों को काजल काठ की लकड़ी के साथ दबोचा है। जिनसे पुलिस ने काजल काठ लकड़ी के 246 नग (कटोरे) बरामद किए हैं। पकड़ी गई वन संपदा की अंतर्राष्ट्रीय बाजार कीमत करीबन 25 लाख से अधिक आंकी गई है। पिछले दो महीने में पुलिस और वन विभाग ने उत्तरकाशी जनपद में करीब 70 लाख से अधिक की काजल लकड़ी पकड़ी है। 

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एसपी अर्पण यदुवंशी ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर बताया कि धरासू पुलिस ने आज सुबह नगुण बैरियर पर काजल लकड़ी के 246 कटोरों के साथ दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। दोनों अभियुक्त राड़ी टॉप के जंगलों से लकड़ी काटकर सहारनपुर में बेचने की फिराक में थे। बाकायदा इनोवा कार से लकड़ी सप्लाई की जा रही थी। पुलिस ने चेकिंग अभियान के दौरान नौशाद पुत्र अकबर 42 वर्ष निवासी कैलाश बिहार, सहारनपुर तथा देव बहादुर पुत्र डबला लामा उम्र 26 वर्ष तिब्बती कॉलोनी दून, मूल निवासी नेपाल को गिरफ्तार कर लकड़ी समेत वन विभाग के सुपुर्द किया है। 

सीओ प्रशांत कुमार के निकट पर्यवेक्षण और एसएचओ धरासू दिनेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इससे दो दिन पहले धरासू पुलिस ने नगुण बैरियर पर 192 नग काजल लकड़ी के साथ तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया, जिसकी कीमत करीब 20 लाख रूपये थी। एसपी ने पुलिस टीम की सफलता पर ढाई हजार रूपये का ईनाम देने की घोषणा की है।

वन विभाग सवालों के घेरे में 

उत्तरकाशी में लगातार वन संपदा का दोहन वन विभाग की सक्रियता पर भी सवाल खड़े करती है। खासकर काजल काठ लकड़ी और वन जीवों की तस्करी के मामले सामने आने से विभाग पर सवाल उठने लाजिमी है। इससे पहले बीते 4 जनवरी को वन विभाग की टीम ने गंगोरी बैरियर पर 25 लाख की कीमत की काजल लकड़ी पकड़ी थी। जबकि 17 फरवरी को तेंदुए की दो खालें पुलिस ने बरामद की। और अब लगातार दो से तीन दिन के भीतर करीब 50 लाख की लकड़ी बरामद होने से जंगलों में वन संपदा की अंधाधुंध तस्करी को साबित करने के लिए काफी है।

डीएफओ बोले

उत्तरकाशी वन प्रभाग के डीएफओ डीपी बलूनी ने बताया कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए टीम बनाकर वनों में छानबीन की जा रही है। वन तस्करों की धरकपड़ को विभाग सक्रियता से काम कर रहा है। इससे पहले विभाग ने सक्रियता दिखाते हुए 25 लाख की लकड़ी पकड़ी थी। ऐसे मामलों में वन कर्मियों की लापरवाही सामने आई तो कठोर कार्रवाई करेंगे।

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