प्रकाश रांगड़, उत्तरकाशी
यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के महज तीन दिन के भीतर भारी संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने पर पुलिस और प्रशासन के लिए भीड़ को नियंत्रित करना चुनौती बनता दिखा। यमुनोत्री के पैदल मार्ग से लेकर सड़क मार्ग तक जगह-जगह जाम की स्थिति ने यमुनोत्री की यात्रा व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी। जगह जगह वाहन रोके जाने पर यात्री खासे परेशान दिखे। इससे यात्रियों की आगे की यात्रा का शेड्यूल बिगड़ कर रह गया।
हालांकि, देर आए मगर दुरुस्त आए प्रशासन और पुलिस ने रविवार को गेट सिस्टम लागू कर यमुनोत्री में भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की है। जो कि फिलहाल काफी हद तक यात्री सुविधा के लिहाज से कारगर भी साबित हुआ है।
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अब यहां पाली गाड़ से आगे हर एक घंटे के अंतराल में वाहनों को जानकीचट्टी के लिए छोड़ा जाएगा। इस दौरान दूसरे छोर जानकीचट्टी से आने वाले वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। इसी तरह दूसरे छोर से वाहन छोड़ने पर पहले छोर पालीगाड़ से वाहन नहीं जाने दिए जाएंगे। यानी की गेट सिस्टम के साथ ही आवागमन वन वे रहेगा। करीब 25 किमी के दायरे में गेट सिस्टम लागू है।
फ़ोटो: पालीगाड में खड़े यात्री वाहन
देखा जाए तो शनिवार तक पुलिस और प्रशासन के अधिकारी झूठ बोलते रहे कि यमुनोत्री में यातायात व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन चकाचक है, लेकिन व्यवस्थाओं में कमी थी, तो अधिकारियों को जिला मुख्यालय से रात में ही यहां जाम खोलने और भीड़ नियंत्रित करने पहुंचना पड़ा।
डीएम डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट और एसपी अर्पण यदुवंशी आधी रात यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर निकल पड़े और यातायात व्यवस्था में आ रही दिक्कतों को दूर करने में जुट गए। सुबह एसपी अर्पण यदुवंशी ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि यात्री पर्याप्त संख्या में पहुंचे हैं, लिहाजा आज रविवार को हरिद्वार, ऋषिकेश से आने वाले यात्री ऊपर की ओर न आएं। यदि आ भी रहे हैं तो यमुनोत्री की बजाय किसी और धाम की यात्रा कर यमुनोत्री आ सकते हैं, ताकि भीड़ नियंत्रण की कोशिशों के बीच यात्रियों को दिक्कत न हो।
वैसे भी सरकार ने यमुनोत्री में प्रतिदिन नौ हजार यात्रियों की संख्या फिक्स की है। इस लिहाज से भी एसपी ऐसा बोले होंगे। हालांकि, सोशल मीडिया में कुछ न्यूज वाले इसका गलत अर्थ निकालकर यमुनोत्री की यात्रा स्थगित होने की खबर चला गए, जिसका खंडन पुलिस को बाद में करना पड़ा।
अव्यवस्था के बावजूद यमुनोत्री और गंगोत्री की यात्रा रविवार को ठीक ठाक चली। यही वजह है कि आज क़रीब 30 हजार श्रद्धालु दोनों धाम के दर्शन को पहुंचे।
सुबह इन जगहों पर रोके गए यात्री वाहन
यमुनोत्री में यात्रियों की पर्याप्त संख्या को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने रविवार सुबह से ही यात्री वाहनों को यमुनोत्री धाम जाने से पहले डामटा, दोबाटा, बड़कोट, गंगानी, खरादी, उपली खरादी, कुथनौर और पालीगाड़ आदि स्थानों पर सैकड़ों यात्री वाहनों को रोका। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जब यमुनोत्री गए यात्री वापस लौट आएंगे, उसके बाद गेट सिस्टम से धीरे-धीरे हर एक घंटे के अंतराल में पालीगाड़ से वाहनों को जानकीचट्टी भेजा जाएगा।
इन जगहों पर वाहन रोक कर फिर आगे जाने दिए जाएंगे
यमुनोत्री मार्ग पर डामटा, नौगांव, बड़कोट-दोबाटा, खरादी और पालीगाड में वाहनों को रोक (होल्ड) कर नियंत्रित रूप से आगे रवाना कराने की व्यवस्था की गई है। पालीगाड से जानकीचट्टी तक गेट सिस्टम व वन वे व्यवस्था से वाहनों का आवागमन होगा।
फ़ोटो: गंगोत्री मार्ग पर सुक्की बैंड में लगा जाम
गंगोत्री मार्ग पर भी पौन घंटा जाम
गंगोत्री यात्रा मार्ग पर भी रविवार को सुक्की बैंड से दो किमी पीछे लंबा जाम लगा। पौन घंटा तक लगे जाम से यात्री परेशान दिखे।
गंगोत्री मार्ग में भी गेट सिस्टम लागू
गंगोत्री मार्ग पर भी गेट सिस्टम लागू की गई है। गंगोत्री मार्ग पर नगुण, डुंडा, उत्तरकाशी, नेताला, हीना, गंगनानी व सोनगाड में वाहनों को रोक (होल्ड) कर आगे रवाना करवाया जाएगा और सोनगाड से झाला तक गेट सिस्टम व वन वे व्यवस्था से वाहनों का आवागमन होगा।
जिलाधिकारी ने यात्रा के दृष्टिगत यात्रा मार्गों व पड़ावों तथा धामों की व्यवस्थाओं व यात्री सुविधाओं को सुनिश्चित किए जाने के लिए सभी विभागों के संबंधित कर्मियों को क्षेत्र में बने रहकर सभी व्यवस्थाएं दुरस्त रखने और यात्रा व्यवस्था हेतु तैनात अधिकारियों को इन सभी कार्यों व व्यवस्थाओं की बारीकी से निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।
परेशान यात्री बोले, यमुनोत्री की यात्रा स्थगित करनी पड़ेगी
बड़ोदरा गुजरात से आए नीरज व्यास, देशम पटेल ने कहा कि उनका 87 सदस्यों का दल 3 बसों से यहां पहुंचा है। रविवार को उन्होंने यमुनोत्री धाम की यात्रा करनी थी और वापसी पर बड़कोट में कमरे बुक हैं। लेकिन अभी दिन के एक बजे हैं। ऐसे में आज यमुनोत्री यात्रा कर पाना संभव नहीं है। जबकि सोमवार को उनकी बुकिंग उत्तरकाशी में है। उन्हें निराश होकर अब यमुनोत्री की यात्रा स्थगित करनी पड़ेगी।
बर्निगाड़ से राड़ी टॉप होते हुए भेजे गए वाहन, कारोबारी नाराज
यमुनोत्री धाम यात्रा मार्ग पर यात्री वाहनों के दबाव को कम करने के लिए बर्निगाड़ से कफनौल होते हुए राड़ी टॉप के लिए कई वाहनों को भेजा गया। इनमें से राड़ी टॉप से कुछ वाहन यमुनोत्री की यात्रा के लिए निकले तथा कई वाहन सीधे उत्तरकाशी गंगोत्री की यात्रा के लिए चले गए। इस पर स्थानीय व्यापारियों ने सवाल भी उठाए और डीएम से मुलाकात कर इसका विरोध जताया। कहा कि इससे उनके यात्रा कारोबार पर असर पड़ा है।
गंगोत्री यमुनोत्री पहुंचे क़रीब 30 हज़ार श्रद्धालु
गंगोत्री यमुनोत्री में रविवार को रिकॉर्ड तोड़ यात्री पहुंचे। दोनों धाम में 29975 यात्रियों ने मां गंगा व यमुना के दर्शन किए। यमुनोत्री में जहां 15669 यात्री दर्शन के लिए पहुंचे वहीं गंगोत्री धाम में 14316 यात्रियों ने दर्शन किए। अब तक दोनों धाम में कुल 55759 यात्री दर्शन करने पहुंचे हैं।
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