U Times, उत्तरकाशी
नगर पालिका परिषद बाड़ाहाट भले ही कूड़ा निस्तारण के मामले में पीछे है, लेकिन उसके कर्मचारी नशे में धुत्त होकर हुड़दंग मचाने में सबसे आगे हैं। पालिका के नियमित सफाई कर्मचारी ने बीती आधी रात जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जो उत्पात मचाया, उसे देखकर यहां रात्रि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर व कर्मचारी सहम गए। इमरजेंसी वार्ड में पालिका कर्मचारी का रौद्र रूप देखकर हर कोई दंग था।
शहर की सड़कों पर शोर शराबा मचाते हुए इमरजेंसी में पहुंचा नशेड़ी पहले तो फर्श पर लेट गया और फिर खड़ा होकर चिल्लाने लगा। नशे में उसने आव देखा न ताव। लगे हाथ जो मिला उठाकर पटकने लगा। नग्न अवस्था में शोर मचाते हुए उसने इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर की टेबल पटक दी और गाली गलौच की। कर्मचारियों ने उसे बहुत समझाया लेकिन वो नहीं माना। फिर एक कर्मचारी ने भी उसे दो-चार लाफा जड़ दिए और पुलिस को फोन कर उसे वहां से ले जाने को कहा। कुछ देर बाद पुलिस भी वहां पहुंची और उसे थाना ले जाकर लॉकअप में डाल दिया। लेकिन कुछ देर के लिए उसने इमरजेंसी में जो बखेड़ा खड़ा किया, वो किसी फिल्मी अंदाज से कम नहीं था।
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Play video 👆दरअसल, घटना शुक्रवार की रात करीब 11 बजे की है। पुलिस के मुताबिक नशेड़ी युवक उत्तरकाशी के घराट मोहल्ले का रहने वाला है। जिसका नाम राहुल सहदेव है। उम्र उसकी 22 वर्ष है। नगरपालिका में नियमित सफाई कर्मचारी है। राहुल रात शराब के नशे में अस्पताल की ओर गया। पहले तो उसने जिला अस्पताल के बाहर लगी एंबुलेंस पर हाथ पटके और उसके बाद इमरजेंसी वार्ड में घुस गया। यहां ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी उसकी अजीबो गरीब हरकतों से घबरा गए। अस्पताल कर्मचारियों ने बताया कि वह शराब के नशे में धुत्त था। अगले दिन जब वीडियो सामने आई, तो हर कोई कहने लगा, "वाह! क्या पिक्चर दिखाई है भाई ने"। जनाब! इसे तो किसी फिल्म में विलेन का अच्छा खासा रोल मिल सकता है।
यहां ये भी बता दें कि राहुल पालिका में नियमित कर्मचारी जरूर है, लेकिन कोई भी संस्थान या बोर्ड कभी अपने कर्मचारियों को ये नहीं कहता कि शराब पीकर शहर में या फिर अस्पताल में जाकर हुड़दंग मचाओ।
एसओ दिनेश कुमार बोले,
उत्तरकाशी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि पुलिस उसे रात में ही थाना उठाकर ले आई। उन्होंने बताया कि युवक नशे का आदि है और नगरपालिका में नियमित सफाई कर्मचारी है। उन्होंने बताया कि युवक की इस तरह की हरकतें पहले भी सामने आ चुकी हैं। दूसरी ओर, सीएमएस बीएस रावत ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड में एक नशेड़ी युवक घुस आया था, जिसको पुलिस के हवाले कर दिया है।
अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल खड़े
उत्तरकाशी जिला अस्पताल में मरीजों को इलाज जैसा मिलता हो, लेकिन ये अस्पताल अखाड़ा जरूर बन गया है। नशेड़ियों को भी हुड़दंग मचाना हो तो वो भी सीधे अस्पताल ही पहुंचते हैं। जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं ही कुछ ऐसी हो चली है कि आए दिन सुर्खियां पीछे नहीं छोड़ती। यहां मरीजों और कर्मचारियों की सुरक्षा रामभरोसे है। कभी अस्पताल से मरीज गायब हो जाता है, तो कभी तीमारदार डॉक्टर से हाथापाई कर लेता है। और अब नशेड़ी युवक के हुड़दंग से अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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