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मुसीबत: शुक्रवार तक खुलेगा गंगोत्री हाईवे, जगह-जगह ढ़ाई हजार से अधिक यात्री फंसे

Updated 10.00am, Friday

हेलगूगाड के पास अवरुद्ध गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग  यातायात के लिए सुचारु कर दिया गया है। पुलिस द्वारा उक्त स्थान से फिलहाल छोटे वाहनों को छोड़ा जा रहा है। अभी भी लैंड स्लाइडिंग कि सम्भावना बनी है। 

प्रकाश रांगड़, उत्तरकाशी

Thursday: भटवाड़ी से आगे हेलगूगाड के पास लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण गंगोत्री हाईवे पिछले कई घंटों से यातायात के लिए ठप पड़ा है। इससे यात्रा पड़ावों पर जगह-जगह ढ़ाई हजार से अधिक यात्री फंसे हैं। जिनके रहने और भोजन इत्यादि की व्यवस्था स्कूलों में की जा रही है। राजमार्ग बंद रहने से दिनभर गंगोत्री धाम की यात्रा भी ठप रही। यमुनोत्री हाईवे पर यातायात फिलहाल पूरी तरह से सुचारू है।

    U Times, No.1

 गुरूवार को हेलगूगाड में पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने के कारण हाईवे को नहीं खोला जा सका है। बीआरओ दिनभर मार्ग को खोलने के प्रयास में जुटा रहा, लेकिन मलबा गिरने से राजमार्ग को खोलने में नाकाम रहा। गुरूवार शाम को एडीएम तीरथपाल सिंह ने बयान जारी करते हुए कहा कि हेलगूगाड में लगातार मलबा आने से मार्ग शुक्रवार तक खुलेगा। इस बीच गंगोत्री हाईवे पर हजारों यात्री जगह-जगह पड़ावों में फंसे पड़े हैं। प्रशासन ने जो जहां है, उसे वहीं ठहरने की अपील की है। कहा है कि सभी यात्री सुरक्षित ठिकानों पर रूक जाएं। 



हेलगूगाड में बीती बुधवार की रात मलबा आने से यातायात बंद हो गया था। गुरूवार को दिनभर राजमार्ग को खोलने के प्रयास हुए, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस स्थान पर ड्रोन से बीआरओ के अधिकारियों ने भूस्खलन की स्थिति का जायजा लिया और शाम को स्थिति देखने के बाद गुरूवार को राजमार्ग खुलने की संभावनाओं पर विराम लगा दिया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि यात्रा पड़ावों पर लगभग ढाई हजार से अधिक यात्री फंसे हैं। उन्होंने सभी यात्रियों से सुरक्षित ठिकानों पर रूकने की अपील की। उन्होंने कहा कि गंगनानी, हर्षिल, भटवाड़ी, हीना, नेताला आदि स्थानों पर प्राथमिक, जूनियर और इंटर कॉलेजों में रूकवाया जा रहा है। जहां यात्रियों की खाने पीने की व्यवस्था के लिए पूर्ति विभाग राशन पहुंचा रहा है।

  photo: U Times

होटल एसोएसिएशन की होटल व्यवसायियों से अपील

होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा ने सभी होटल व्यवसायियों से निवेदन किया है कि रास्ता बंद होने के कारण यात्रियों की मुश्किलों को समझें और उनकी देखभाल व सहायता करें। न्यूनतम दरों पर खाने व रहने की व्यवस्था करें। कहा कि रास्ता खोलने के लिये मशीनें तैनात हैं, लेकिन पत्थर गिरने के कारण दिक्कतें हो रही है।

चिन्यालीसौड़ में रात मकान के मलबे में दबी महिला, मौत 


 चिन्यालीसौड़ के कुमराड़ा गांव में बीती बुधवार रात एक आवासीय मकान ध्वस्त हो गया। जिससे मकान के  मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार कुमराड़ा गांव के मुंडरा नामे तोक में निवास करने वाले जुरूलाल का मकान क्षतिग्रस्त हो गया। जिसमें उनकी पत्नी भट्टे देवी उम्र 60 वर्ष की मलबे में दबने से मौके पर ही मौत हो गई। जबकि जुरूलाल घायल हो गए। घटना की जानकारी लोगों को सुबह पांच बजे मिली। जिसके बाद स्थानीय ग्रामीण व राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और महिला को मलबे से बाहर निकाला। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि क्षति का आंकलन कर पीड़ित परिवार को मानकों के अनुसार आर्थिक सहायता देने की क दी जायेगी।


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