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उत्तरकाशी जिले में एनजीओ चलाने की आड़ में धर्मांतरण का आरोप, हिंदू संगठनों ने काटा बवाल

 U Times, पुरोला

पुरोला में एनजीओ की आड़ में कथित धर्मांतरण का मामला सामने आया है। आरोप है कि नगर पंचायत के वार्ड-07 में स्थित छिबाला गांव के समीप गरीब तबके के नेपाली व स्थानीय लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए बुलाया गया था। हिंदू संगठनों को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने मौके पर जाकर इसका जमकर विरोध किया और एनजीओ की आड़ में ऐसा कर रहे लोगों को बाहर खदेड़ा। हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी तक मामले में किसी की ओर से लिखित तहरीर नहीं दी गई है।

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शुक्रवार को पुरोला विकासखण्ड के छिबाला ग्राम पंचायत के अंतर्गत इसाई धर्म से जुड़े एक नेपाली मूल के व्यक्ति के एनजीओ कार्यालय के नाम से निर्माणाधीन भवन में कुछ लोग इकट्ठा हुए थे। बताया जा रहा है कि एनजीओ के संस्थापक लैजर्स व उनकी पत्नी सुषमा सहित इसाई धर्म से जुड़े नेपाली मूल के लोग एकत्रित हुए थे। स्थानीय लोगों से धर्मांतरण की बात सुनकर सेवा भारती, विहिप, भाजपा, एबीवीपी आदि हिन्दू संगठनों के लोग वहां पहुंचे और वहां मौजूद सभी लोगों को केंद्र से बाहर खदेड़ा। 

इस दौरान दोनों पक्षों में जबरदस्त बहस भी हुई। दरअसल, पुरोला के छिबाला गांव के समीप इसाई धर्म से जुड़े नेपाली मूल के जगदीश ठाकुर आशा और जीवन केंद्र के नाम से एक स्वैछिक संस्था संचालित कर रहे हैं। बताया जाता है कि समुदाय को बढ़ाने, सक्षम व सशक्त बनाने तथा कौशल विकास व स्वास्थ्य जागरूकता करने को लेकर संचालित किया जा रहा है। जिसके संस्थापक इशाई धर्म के दम्पति सुषमा व लैजर्स हैं, जिन्होंने खुद को डोईवाला का निवासी बताया। यहां दर्जनों लोग एक कमरे में इसाई धर्म से अम्बन्धित प्रार्थना का आयोजन कर उपहार रखे गए थे, जो कि प्रार्थना होने व अन्य धार्मिक अनुष्ठान करने के बाद बांटने को रखे गए थे।

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 विश्वहिंदू परिषद,सेवा भारती से जुड़े शांति प्रसाद सेमवाल,आचार्य लोकेश बडोनी व देवराज सिंह ने बताया कि यह लोग एनजीओ की आड़ में लोगों को लालच दे कर गुमराह कर रहे हैं व उनका धर्मांतरण करने का कार्य करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह लोग कई वर्षों से सक्रिय हैं व समाज सेवा की आड़ में नैपाली मूल के लोगों व क्षेत्र के गरीब तबके के लोगों को निशाना बना रहे हैं उन्हें लालच देकर धर्मांतरण करते हैं। 

विरोध करने वालों में अम्मीचंद शाह, बीरेंद्र रावत, मीना सेमवाल, लोकेश उनियाल, सुनील भंडारी, कपिल नेगी, राजेन्द्र शर्मा, बलदेव रावत, राकेश नेगी, फ़क़ीर चंद रावत आदि हिन्दू संगठन से जुड़े लोग शामिल थे।

इस मामले में संस्था के संचालक लैजर्स दम्पति व जगदीश का कहना है कि संस्था क्षेत्र में अनेकों सामाजिक कार्य कर रही है, किसी का जबरदस्ती धर्मांतरण नहीं किया जाता है। वहीं पुलिस उपाधीक्षक एस एस भंडारी ने कहा कि अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से लिखित तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मामले में अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।

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