प्रकाश रांगड़, उत्तरकाशी
उत्तरकाशी शहर में लंबे समय से चली आ रही कूड़े की समस्या के समाधान पर राज्य सरकार भी खामोश नजर आ रही है। उत्तरकाशी दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कूड़ा समाधान के सवाल पर बात यह कहकर टाल दी कि मसला उनके संज्ञान में है।
U Times, No.1
दरअसल, रविवार को लोनिवि गेस्ट हाउस उत्तरकाशी में सीएम धामी संवाद कार्यक्रम में लोगों के सवालों के जवाब दे रहे थे। इस दौरान एनसीसी कैडिट दीक्षा ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि उत्तरकाशी में कूड़े की समस्या का समाधान कब तक होगा, चूंकि स्थिति दिनों दिन विकराल होती जा रही है। दीक्षा ने पूछा कि सरकार क्या एक्शन ले रही है और कब तक निस्तारण की उम्मीद की जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने बात यह कहकर टाल दी कि कूड़े का मसला हमारे संज्ञान में है। इस पर परामर्श चल रहा है।
जाहिर सी बात है कि सीएम के इस जवाब से स्थानीय लोगों के चेहरे पर संतुष्टि का भाव नहीं दिखा। शासन प्रशासन स्तर पर कूड़ा निस्तारण को लेकर क्या कुछ कार्यवाही की जा रही है और कब तक निस्तारण होगा, इसका जवाब स्थानीय जनमानस को सीएम के संवाद कार्यक्रम में भी मिलता नहीं दिखा।
हालांकि, सीएम ने पहले दिन कीर्ति इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम के दौरान अनौपचारिक प्रेस वार्ता में सवाल के जवाब में कहा कि सरकार प्रदेश भर में कूड़े के दीर्घकालीन समाधान की ओर बढ़ रही है।
स्थानीय निवासी अमरीकन पुरी का कहना है कि कूड़े की समस्या पर सरकार भी उदासीन बनी है। इससे आने वाले समय में उत्तरकाशी में गंभीर हालात उत्पन्न हो सकते हैं।
देखा जाए तो लंबे समय से गंगोत्री हाईवे पर स्थित ताबांखाणी सुरंग के मुहाने पर भागीरथी नदी के किनारे शहर का कूड़ा डंप किया जा रहा है। जिससे शहर में बरसाती सीजन में महामारी का खतरा बना है। यहां से उठती दुर्गंध से शहरवासी बेहद परेशान हैं।
वहीं, कूड़ा छंटाई के लिए तिलोथ कूड़ा सेंटर में करोड़ों फूंकने के बाद भी विरोध के स्वर उठ रहे हैं। यहां कूड़ा छंटाई के विरोध में ग्रामीण एक सप्ताह से अधिक समय से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। कूड़े का समाधान न होने से सरकार, जिला प्रशासन और बाड़ाहाट नगरपालिका की कार्यशैली पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं।
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