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SDM Jyoti प्रकरण: सबूत मिले तो जेल भी जा सकते हैं पति आलोक, किसके आरोपों में है दम, बोले जानकार

प्रकाश रांगड़ 

SDM Jyoti Maurya Latest News Today: यूपी में चर्चित सफाई कर्मी आलोक मौर्य और उनकी पत्नी PCS अफसर (SDM) ज्योति मौर्य मामले को लेकर विवाद लगातार जारी है।
दोनों तरफ से एक दूसरे पर संगीन आरोप लगे हैं, लेकिन सवाल यह है कि इन आरोपों की अगर जांच होती है तो पलड़ा किसका भारी है।

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एक राष्ट्रीय चैनल में चली डिबेट के अनुसार, देखा जाए तो टेक्निकली वजन ज्योति की कंप्लेंट में ज्यादा नजर आ रहा है। ज्योति ने अपने पति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज करने के साथ ही तलाक की अर्जी लगाई है और आरोप लगाया है कि आलोक ने झूठ बोलकर शादी की। 

टेक्निकली और लॉजिकली ज्योति ने साफ कर दिया है कि अब वह पारिवारिक विवाद पर सिर्फ कोर्ट में ही बोलेंगी। जबकि कानून एक्सपर्ट कहते हैं कि पति आलोक मौर्य की कंप्लेंट में टेक्निकल वजन नहीं है। उन्होंने अभी तक सिर्फ आरोप लगाए हैं, उनकी तरफ से किसी प्रकार की कोई FIR नहीं की गई है।
 
ऐसे में उनके आरोपों पर कार्रवाई की प्रक्रिया काफी कमजोर नजर आती है। पत्नी ज्योति पर उन्होंने आरोप अफेयर का लगाया है। कथित डायरी के आधार पर दस लाख रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। पत्नी ज्योति की तरफ से जान से मरवाने की धमकी और पढ़ा लिखा कर धोखा देने का आरोप भी पति आलोक ने लगाया है। धोखा देने के क्रम में पति आलोक ने उनकी बेवफाई का सबूत देने के लिए कथित व्हाट्सएप चैट भी वायरल की है, जिसमें उनकी होमगार्ड कमांडेंट से बातचीत के कुछ किस्से सामने आए हैं। 

इस पर एसडीएम ज्योति ने प्रतिक्रिया देते हुए इसमें छेड़खानी की बात कही है और आईटी एक्ट में पति के खिलाफ मुकदमा दायर करने को कहा है। दोनों के आरोप सबके सामने हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि SDM Joyti की ओर से दहेज उत्पीड़न जैसे मामले में पति के खिलाफ सबूत मिलने पर आलोक को जेल भी हो सकती है। इसके अलावा ज्योति ने रिश्वत कहां ली, किससे ली, इसके सबूत आलोक के पास क्या हैं? 

हालांकि, जिस डायरी का जिक्र किया गया है उसमें कोड वर्ड का इस्तेमाल हुआ है। दहेज उत्पीड़न जैसे मामले को लेकर लगे आरोपों पर शादी के 13 साल बाद टेक्निकल लोचा यहां भी आ खड़ा होता है। जो कि पीसीएस अधिकारी के लिए भी गले की घंटी बन सकती है। ऐसा एक्सपर्ट मानते हैं। 

इधर, आलोक अब तक सिर्फ मीडिया के सामने बयान देने तक सीमित हैं, लेकिन किसी प्रकार का मुकदमा उनकी तरफ से दायर नहीं हुआ है। 

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Expert यह भी मानते हैं कि आलोक पारिवारिक मामला मीडिया के सामने लाने की बजाय कोर्ट और पुलिस तक सीमित रखते तो दोनों ही इस तरीके के विवाद से बच सकते थे। सवाल दोनों के आरोपों पर खड़े हो रहे हैं। 

देखा जाए तो PCS ज्योति खुलकर सामने नहीं आ रही है, बल्कि टेक्निकली और लॉजिकली आगे बढ़ते हुए पति आलोक के आरोपों पर कोर्ट में जवाब देने की बात कह रही हैं। 

कुल मिलाकर इस विवाद पर पूरे देश की नजर है। कानून की नजर में कौन गुनाहगार है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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SDM के सस्पेंड होने की खबर झूठी

एसडीएम ज्योति के सस्पेंड होने की खबर भी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है,लेकिन योगी सरकार अभी तक एसडीएम ज्योति प्रकरण में ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की है।

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