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बाबा बौखनाग का वचन, तीन दिन के भीतर बाहर निकल आएंगे सभी मजदूर

U Times, नौगांव

सिलक्यारा सुरंग में फंसे एक 41 मजदूरों की जिंदगी को सुरक्षित बचाने के उद्देश्य को लेकर नवयुगा कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पंवार बाबा बौखनाग देवता के दरबार भाटिया गांव में पहुंचे। जहां 41 मजदूर को सुरक्षित बाहर निकालने और उनकी जिंदगी बचाने की प्रार्थना बौखनाग देवता से की गई। 

बाबा बौखनाग देवता ने पश्वा पर अवतिरत होकर सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकलने का वचन दिया। कहा कि सभी मजदूर कुशल हैं। तीन दिन के भीतर सभी मजदूर बाहर आ जाएंगे और मजदूरों को बाहर निकलने में लगी सभी मशीनों में इसके बाद किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न नहीं होगी।

U Times, No.1

बाबा बौखनाग देवता ने कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पंवार को सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चावल के दाने दिए और कहा कि इन चावल के दानों को सुरंग के अंदर फेंका जाए, जिससे मलबा हटाने में लगी सभी मशीनों में किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न नहीं होगी। मैं इन्हें सुरक्षित बाहर निकालूंगा। साथ ही कहा कि सुरंग के दोनों और मेरा मंदिर बनना अति आवश्यक है। 

प्रोजेक्ट मैनेजर ने देवता के दर्शन कर मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की बाबा से प्रार्थना। देवता ने कहा कि तीन दिन के बाद जब मजदूर बाहर सुरक्षित निकलेंगे तो उनके ऊपर विधि विधान के अनुसार पूजा अर्चना की जाएगी। आज देश के अंदर बाबा बौखनाग की दैवीय शक्ति का प्रकोप को माना जा रहा है। 

बता दें कि सिलक्यारा में 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलने को लेकर सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी। किसी भी तरह से कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है लेकिन अंतिम चरण में पहुंचने पर किसी ने किसी तरह की बाधा उत्पन्न हो रही है। जिससे माना जा रहा है कि यहां दैवीय शक्ति का प्रकोप है, जिस कारण इन मजदूरों की जिंदगी बचाने को लेकर कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सहित कई लोग भाटिया गांव के मूल स्थान बाबा बौखनाग मंदिर में पहुंचे। 

इस अवसर पर विजय राय, सुरेश चंद्र रमोला, अनिल नौटियाल, विशाल मणि डिमरी, धर्मानंद, प्रेम दत्त डोभाल, यशवंत सिंह, विनोद रावत, गौतम सिंह, सुनील थपलियाल, ममलेश आदि थे।

सिलक्यारा में एक साथ कई रेस्क्यू प्लान पर काम शुरू 

 सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए एक साथ कई रेस्क्यू प्लान पर काम चालू कर दिया गया है। सुरंग के अंदर ड्रिलिंग के दौरान पाइप में फंसी ऑगर मशीन का सॉफ्ट और ब्लेड काटा जा रहा है, जिसका 8 मीटर हिस्सा निकाला जाना बाकी रह गया है। 


सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल ने बताया कि पाइप में फंसे ऑगर मशीन की ब्लेड एवं साफ्ट को काटने का कार्य जारी है। इसके लिए लेजर कटर एवं प्लाज्मा कटर को भी मंगाया गया है। जो की सिलक्यारा पहुंच चुका है। वहीं सुरंग के ऊपरी पहाड़ी हिस्से पर वर्टिकल ड्रिलिंग का कार्य भी शुरू कर लिया गया है। अब तक 19 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग की गई है, जहां लगभग 88 मीटर ड्रिलिंग होनी है। आरवीएनएल द्वारा भी परपेंडिकुलर होरिजेंटल ड्रिलिंग का कार्य शुरू किया गया है। इसके लिए सभी मशीनें पहुंच चुकी हैं। परपेंडिकुलर होरिजेंटल ड्रिलिंग के लिए कंक्रीट बेड बनाए जाने का कार्य जारी है। 

रविवार को सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल ने पत्रकारों को बताया कि पाइप में फंसे ऑगर बिट को निकाले जाने के उपरांत आगे की माइनिंग का कार्य मैन्युअल रूप से किया जाएगा। जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया अंदर फंसे सभी श्रमिक सकुशल हैं। सभी श्रमिक हिम्मत बनाए हुए हैं। 

श्रमिकों से संवाद हेतु बीएसएनएल की मदद से अतिरिक्त कम्युनिकेशन सेटअप तैयार किया गया है। श्रमिकों को पर्याप्त मात्रा में भोजन, एवं अन्य आवश्यक सामग्री मौजूद है। फंसे श्रमिकों का निरंतर डॉक्टरों से संवाद करवाया जा रहा है। साथ ही मनोचिकित्सकों से भी निरंतर परामर्श करवाया जा रहा है। 

बड़कोट साइड से 10 मीटर खुदी सुरंग

उत्तरकाशी। बड़कोट साइड से भी टनल का निर्माण शुरू कर दिया है, जिसमें अब तक 4 ब्लास्ट कर 10 मीटर का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

एनएचआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद ने बताया कि ब्लास्टिंग में विशेष सावधानी बरती जा रही हैं।

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