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उत्तरकाशी: पिट्स बीएड कॉलेज मानपुर में बौद्धिक संपदा अधिकार पर चर्चा, अधिकारों के सही इस्तेमाल पर जोर दिया

राममूर्ति सिलवाल, उत्तरकाशी 

पिट्स बीएड कॉलेज मानपुर में यूकोस्ट (उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिक परिषद) की ओर से बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान वक्ताओं ने बौद्धिक संपदा पर विस्तार से चर्चा करने के साथ ही लोगों को कॉपीराइट, ट्रेडमार्क, जीआई टैग, पेटेंट आदि अधिकारों पर जागरूक किया।  

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कार्यशाला में बताया गया कि आखिर कैसे हम नूतन सृजनात्मक कार्य करें, जो सभी से अलग हो एवं जिसमें किसी की भी कोई नकल न की गयी हो। अन्यथा ऐसी चीजों में एक्ट 1990 के तहत उस व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं। बौद्धिक संपदा विषय पर मुख्य रूप से वक्ता डिग्री कालेज के प्रोफेसर डॉ तिलक राम प्रजापति एवं डॉ दिवाकर बौद्ध ने विस्तृत चर्चा कर बौद्धिक संपदा अधिकार को लेकर जागरूक किया। बताया कि डिजिटल के इस युग में सभी को आईपीआर के बारे में जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि यह एक ऐसा विषय है जिससे मानव जीवन हमेशा जुड़ा रहता है। 

उन्होंने बौद्धिक सम्पदा में बताया कि कैसे हमारे उद्यमी, ग्रामीण महिलाएं अपने लोकल प्रोडक्ट को पंजीकृत कर सकते हैं। पीजी कॉलेज उत्तरकाशी के प्रोफेसर डॉ दिवाकर बौद्ध ने भी बौद्धिक सम्पदा के आर्थिक महत्व पर प्रकाश डाला। 

यूकोस्ट के हिमांशु गोयल ने आईपीआर एवं यूकोस्ट द्वारा कराये जाने वाले कार्यों के विषयों में एवं बौद्धिक सम्पदा के अधिकार पर ऑनलाइन मीटिंग के माध्यम से विस्तार से बताया। डॉ रीना, संदीप सिलवाल, मायाराम सिंह राणा ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में उपजिलाधिकारी भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने संस्थान का विस्तृत निरीक्षण भी किया। 

इस मौके पर  डॉ रीना, निदेशक डॉ सुरेंद्र सिंह मेहरा, कॉलेज के संस्थापक शंभू प्रसाद नौटियाल, विष्णु , आंचल नाथ, संदीप सिलवाल, मायाराम राणा, वर्षा, रवि, सुरभि महरा, अमित, गणपति अवस्थी, पत्रकार राजेंद्र भट्ट आदि उपस्थित थे।

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