U Times, उत्तरकाशी
जिले के विभिन्न वन प्रभाग के जंगलों में भड़की आग को शांत कराने के लिए डीएम डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने वन महकमे को आपदा मद से 20 लाख रूपए की धनराशि जारी की है। इस धनराशि से विभाग जरूरी संसाधन जुटाकर आग को नियंत्रित करेगा।
डीएम ने आग बुझाने में जुटे कार्मिकों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि जिस तरह की मुस्तैदी गत दिवस दिखाई थी, ठीक उसी सक्रियता और प्रतिबद्धता से जंगलों की आग पर काबू पाएं। विभागीय अधिकारी मिलजुल कर कारगर कदम उठाते हुए वनाग्नि के मामलों में सख्त कार्रवाई करें।
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शनिवार को जिला सभागार में डीएम डॉ बिष्ट ने जिले के उत्तरकाशी, अपर यमुना, टौंस वन प्रभाग तथा गोविन्द वन्य जीव विहार के अधिकारियों के साथ बैठक कर वनाग्नि की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा की।
जिलाधिकारी ने कहा कि आग लगने की घटनाओं पर निरंतर कड़ी नजर रखें। घटना की सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई अमल में लाएं। उन्होंने कहा कि गत दिवस महिडांडा, साल्ड एवं बसूंगा के जंगलों में लगी आग को नियंत्रित करने में वन विभाग, फायर सर्विस, आपदा प्रबंधन क्यूआरटी के दस्तों ने जिस तरह का समन्वय व मुस्तैदी दिखाई है, उसी तरह की प्रतिक्रिया व प्रतिबद्धता निरंतर जारी रखें।
फोटो: उत्तरकाशी वन प्रभाग के जंगलों में आग बुझाता वन कर्मी
वन विभाग के बड़े अधिकारी वनाग्नि नियंत्रण की कार्रवाई के दौरान मौके पर उपस्थित रहें, ताकि इस काम में जी-जान से जुटे कार्मिकों का मनोबल बढ़े। उन्होंने कहा कि इस काम में वन विभाग को संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। पुलिस, फायर सर्विस, आपदा प्रबंधन से जुड़े विभाग इस काम में तत्परता से सहयोग करेंगे।
जिलाधिकारी ने वनों में आग लगाने के मामलों में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए आम लोगों से भी वनाग्नि को रोकने में सहयोग देकर बहुमूल्य वन संपदा व जैव विविधता को बचाने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया है।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी अपर यमुना वन प्रभाग रविन्द्र पुंडीर, एसडीओ उत्तरकाशी वन प्रभाग मयंक गर्ग आदि थे।
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