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उत्तरकाशी: मतदान नजदीक आते देख प्रत्याशियों में बढ़ी प्रचार की भूख, साम दाम अपनाने लगे उम्मीदवार

प्रकाश रांगड़, उत्तरकाशी

निकाय चुनाव के लिए मतदान की घड़ी निकट आते देख अब प्रत्याशियों के बीच प्रचार की भूख और बढ़ गई है। उत्तरकाशी जिले की निकाय सीटों पर चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवारों ने एडी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। खासकर उन उम्मीदवारों ने जिनको लगता है कि उनकी जीत लगभग सुनिश्चित है। 

U Times, No.1

ओबीसी आरक्षित उत्तरकाशी की बाड़ाहाट नगरपालिका सीट पर अध्यक्ष पद पर भाजपा कांग्रेस के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी डोर टू डोर जाकर मतदाताओं से अपने पक्ष में वोट की अपील कर रहे हैं। यहां भाजपा से किशोर भट्ट को टिकट मिला है। उनके चुनाव प्रचार ने पिछले कुछ दिनों से खासी गति पकड़ी है। विधायक, पूर्व विधायक समेत बीजेपी की ओर से स्टार प्रचारकों में शामिल दीप्ति रावत सहित अन्य दिग्गज भी किशोर का चुनावी किला मजबूत करने को प्रचार में झुके हुए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी आगामी 15 जनवरी को उत्तरकाशी में चुनाव प्रचार कार्यक्रम तय है। 

नगरपालिका का ताज हासिल करने को तमाम प्रत्याशियों के साथ कार्यकर्ताओं का रेला उमड़ रहा है। बाड़ाहाट निकाय में निर्दलीय भूपेंद्र चौहान (भुप्पी भाई) भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ घर घर जाने के साथ ही निकाय की सड़कों पर डीजे, लाउडस्पीकर इत्यादि माध्यमों से जनता के कानों में गूंज रहे हैं। इसी तरह कांग्रेस से दिनेश गौड़ भी अपने ढंग से चुनाव प्रचार को तेज कर चुके हैं। 

बड़कोट में पेचीदा हुआ चुनावी समीकरण 

दूसरी ओर, बड़कोट नगरपालिका में भी चुनावी माहौल खासा उत्साहजनक बना हुआ है। अध्यक्ष पद पर आठ उम्मीदवार मैदान में डटे हैं। यहां भाजपा से अतोल रावत ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी है। एक एक वोट को हाथ पर गिनाकर अतोल अपने चुनावी समीकरण को हल करने की दिशा में आगे बढ़ने की कोशिश में जुटे हैं। 

यहां निर्दलीय विनोद डोभाल उर्फ कुतरू राष्ट्रीय पार्टियों के लिए आफत बनकर रह गए हैं। उनकी चुनाव जीतने की रणनीति ने अन्य उम्मीदवारों को बड़ी बेचैनी में डाला हुआ है। इसके चलते कुतरू लगातार विरोधी उम्मीदवारों के निशाने पर भी हैं। बड़कोट में चुनावी मुद्दों को हथियार बनाकर प्रत्याशियों के तरकश से तीर निकल रहे हैं। निर्दलीय सुनील थपलियाल सहित अन्य उम्मीदवार स्थानीय मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाकर अपना पक्ष मजबूत करने में जुटे हैं। सुनील का दावा है कि बड़कोट की जनता का भरपूर समर्थन उन्हें मिल रहा है और इस बार मुद्दों को आधार बनाकर जनता उनके पक्ष में मतदान करने वाली है।

पुरोला में भाजपा कांग्रेस में कांटे की टक्कर 

इसी तरह पहली बार नगरपालिका बनी पुरोला में भाजपा कांग्रेस एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। यहां भाजपा ने प्यारे लाल हिमानी को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने बिहारीलाल शाह को मैदान में उतारा है। भाजपा के प्यारे लाल ने चुनाव प्रचार में तेजी लाई है। 

पुरोला गांव के तीन वार्डों से प्यारे लाल को पहले ही ग्रामीण अपना समर्थन जता चुके हैं। यहां तीन दिन पहले भाजपा प्रत्याशी के साथ हुई खुली बैठक में समर्थन की बात हुई। हालांकि, ये समर्थन वोट में तब्दील होगा, इसका पता 25 जनवरी को लगेगा। लेकिन इससे प्यारे लाल की चुनावी जीत की उम्मीदें बलवती हुई हैं। 

यहां बीजेपी के बागी अमीचंद शाह भी मैदान में उतरकर राष्ट्रीय पार्टियों के लिए चुनौती बने हैं। कांग्रेस से बिहारी लाल भी डोर टू डोर जाकर मतदाताओं को रिझाने में लगे हैं और जीत के लिए कोई लूज फॉल्ट नहीं छोड़ना चाहते। यहां लोगों में नाराजगी सरकार से इस बात को लेकर भी है कि पहले इस सीट को ओबीसी किया और फिर अचानक एससी क्यों किया गया? 

नौगांव नगर पंचायत में निर्दलीय उम्मीदवार पूर्व प्रमुख यशवंत कुमार भाजपा कैंडिडेट और कांग्रेस के लिए मुसीबत बने हैं। 

चिन्यालीसौड़ में भाजपा और कांग्रेस और निर्दलीय समेत कुल तीन प्रत्याशी मैदान में हैं और एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे।

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