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उत्तरकाशी निकाय चुनाव परिणाम: निर्दलीयों का राज, बीजेपी-कांग्रेस मुंह के बल गिरी

प्रकाश रांगड़,उत्तरकाशी

जिले में सत्ताधारी पार्टी भाजपा के लिए निकाय चुनाव निराशाजनक साबित हुआ। यहां जिले की चारों नगरपालिका में अध्यक्ष पद पर हुए चुनाव में बीजेपी का एक भी प्रत्याशी नहीं जीता। हालांकि, जिले की एक मात्र नगर पंचायत नौगांव में बीजेपी प्रत्याशी की जीत ने पार्टी की साख बचा ली। जबकि इस निकाय चुनाव में जिले से कांग्रेस के दो प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।

बाड़ाहाट निकाय सीट और बड़कोट नगरपालिका सीट पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। हालांकि, एकमात्र पुरोला निकाय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की विजय ने पार्टी को जीत का स्वाद चखाया। वहीं, पुरोला को छोड़कर जिले की सभी नगरपालिका सीटों पर निर्दलीयों ने चुनाव जीतकर इतिहास रचा है।

फोटो: पुरोला में कांग्रेस प्रत्याशी का विजयी जुलूस 

U Times, No.1

शनिवार को निकाय चुनाव के लिए हुई मतगणना में उत्तरकाशी जिले की बाड़ाहाट निकाय सीट पर अध्यक्ष पद पर निर्दलीय भूपेंद्र सिंह चौहान ने बंपर वोटों से जीत हासिल की। भूपेंद्र 8291 वोट पाकर 3246 मतों से विजयी रहे। यहां 5045 वोट के साथ भाजपा के किशोर भट्ट दूसरे नंबर पर रहे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश गौड़ महज 684 वोट पर सिमट कर जमानत जब्त हो गई।

इसी तरह चिन्यालीसौड़ निकाय सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी मनोज कोहली ने 1913 वोट पाकर 490 वोट की बढ़त के साथ जीत हासिल की। जबकि प्रतिद्वंदी रहे भाजपा प्रत्याशी जीतलाल को 1423 मत पड़े। 


Photo: भूपेंद्र चौहान, उत्तरकाशी 

बड़कोट में भी निर्दलीय प्रत्याशी की बंपर वोटों से जीत हुई। यहां निर्दलीय विनोद डोभाल ने 3606 मत हासिल कर 1924 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की। जबकि भाजपा प्रत्याशी अतोल रावत को 1682 मत मिले। 

वहीं, पुरोला में कांग्रेस के बिहारी लाल शाह ने 1573 मत पाकर 698 मतों की बढ़त के साथ जीत दर्ज की। यहां भाजपा उम्मीदवार प्यारे लाल हिमानी 875 मतों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। 


फोटो: बड़कोट में निर्दलीय विजयी उम्मीदवार विनोद डोभाल 

वहीं, नौगांव नगर पंचायत में भाजपा उम्मीदवार विजय कुमार ने 1050 मत हासिल कर 223 वोटों की बढ़त के साथ सीट पर कब्जा किया। यहां कांग्रेस प्रत्याशी विपिन कुमार 827 मतों के साथ दूसरे नंबर पर रहे।

दिग्गजों की एकजुटता के बावजूद हारी भाजपा

जिले की नगरपालिकाओं में भाजपा की हार का कारण भीतरघात भी माना जा रहा है। खासकर बाड़ाहाट नगरपालिका में भाजपा की एकजुटता के बावजूद दिग्गज पार्टी प्रत्याशी को नहीं जिता पाए। 

जबकि यहां सिटिंग विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व राज्यमंत्री, दो पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष समेत अन्य बड़े पार्टी दिग्गजों ने इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में एकजुटता के साथ काम किया, लेकिन माना जा रहा है कि दिग्गजों की एकजुटता के बावजूद भीतरघात ने भाजपा को जीत से दूर खींच लिया।


फोटो: मनोज कोहली, चिन्यालीसौड़ अपने समर्थकों संग 

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