भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर मुखर हुई यूकेडी
U Times, रुद्रप्रयाग
भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी की भूख हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। दूसरे दिन आंदोलन को विभिन्न गांवों के ग्राम प्रधानों ने अपना समर्थन दिया।
अनशनकारी डिमरी ने कहा कि भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच होने से बड़े मगरमच्छ पकड़ में आ जाएंगे। इसमें कई सफेदपोश और अधिकारी जेल जा सकते हैं। यही वजह है कि सरकार सीबीआई जांच नहीं करा रही। बेरोजगारों को रोजगार के नाम पर पकोड़े बेचने की सलाह देने वाले नेता अपने रिश्तेदारों और बच्चों को रेबड़ियों की तरह नौकरियां दे रहे हैं। विधानसभा में हुई अधिकतर भर्तियां नेताओं के रिश्तेदारों और बच्चों को मिली हैं। अन्य विभागों में भी नेताओं के सगे-संबंधियों को नौकरी मिली है। युवा लंबे समय से परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन परीक्षाओं में धांधली के कारण उनके भविष्य के साथ खेला जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस ने बारी-बारी से प्रदेश में भर्ती घोटाले किये हैं। दोनों राष्ट्रीय दल युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। अब युवाओं को अपने हक के लिए लड़ना होगा।
Photo: U Times
वहीं ग्राम प्रधान ओमप्रकाश ध्यानी, प्रधान महिपाल सिंह कंडारी, प्रधान भूपेंद्र सिंह रौथाण, प्रधान नरेंद्र सिंह सजवाण, प्रधान कैलाश बैरवाण, प्रधान सगत सिंह रौथाण, योगम्बर सिंह बैरवाण, छात्र नेता आलोक नेगी ने भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग का समर्थन किया।
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वहीं धरने पर यूकेडी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष बुद्धिबल्लभ ममगाई, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगत चौहान, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव सुबोध नौटियाल ने कहा कि उत्तराखंड से बाहर की महिलाओं को सरकारी नौकरी में तीस प्रतिशत आरक्षण न दिया जाय, आरक्षण का लाभ सिर्फ उत्तराखंड की महिलाओं को ही दिया जाय। इसके लिए सरकार कानून बनाए।
ब्लॉक अध्यक्ष कमल रावत, ब्लॉक उपाध्यक्ष मंगत लाल खत्री, नगर अध्यक्ष बिपिन पंवार, अनिल रावत ने कहा कि नकल रोकने के लिए सरकार को मजबूत नकल विरोधी कानून बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अग्निवीर भर्ती स्कीम को भी रद्द कर पूर्व की भांति भर्ती परीक्षाएं होनी चाहिए। अग्निवीर स्कीम से युवाओं का भविष्य बर्बाद हो गया है।
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