Ad

Ad
Powered by U Times

UKSSSC CBI जांच: उत्तराखंड में होने जा रहा बड़ा आंदोलन, अबकी बार चूके, तो हमेशा..!

 Highlight:

बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार बोले, लड़ाई अंजाम तक पहुंचाने को तैयार

CBI जांच को यूकेडी नेता मोहित डिमरी की भूख हड़ताल जारी

U Times, उत्तराखंड

उत्तराखंड में Uksssc पेपर लीक के बाद एक एक करके तमाम भर्तियों में धांधली सामने आने के बाद ये सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर ये कब तक चलेगा? उत्तराखंड के बेरोजगारों को क्या इसी तरह नेताओं और अधिकारियों की मनमानी के आगे बेबस होकर सरकारी रोजगार की उम्मीदें खत्म कर देनी चाहिए? या फिर अब वो वक्त आया है कि इसके खिलाफ सड़कों पर उतरकर भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे पहुंचाकर ही दम लेना है? चूंकि इस प्रदेश में रोजगार के नाम पर बेरोजगारों के साथ जो छलावा हुआ है, वो किसी भी सूरत में बर्दाश्त करने लायक नहीं है। उत्तराखंड के नौजवानों को मालूम होना चाहिए कि अगर आज उन्होंने इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाई, तो यकीन मानिए प्रदेश का युवा हमेशा के लिए चूक जायेगा। इसलिए जरूरी है गड़बड़ियों की सीबीआई जांच हो। इसके लिए आखिरी सांस तक चाहे कितनी ही बड़ी लड़ाई लड़नी पड़े। 

  U Times, खबरों में No.1

जितनी जल्दी हो सके, सीबीआई जांच को प्रदेश भर में आंदोलन तेज कर देना चाहिए। इन्हीं बातों को मद्देनजर रखते हुए अब उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने आंदोलन को धार देनी शुरू कर दी है।

सीबीआई जांच को आंदोलन के लिए तैयार: बॉबी पंवार

 इस पूरे मामले में सीबीआई जांच को लेकर उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार कहना है कि प्रदेश स्तर पर व्यापक आन्दोलन की रूपरेखा तैयार की जा रही है। ख़ासकर Uksssc भर्ती धांधली और विधानसभा में नियुक्तियों के मामले की सीबीआई जांच को पूरा जोर लगा देंगे। उन्होंने कहा उत्तराखंड के बेरोजगारों को न्याय दिलाने का संकल्प लेकर चले हैं, उसे अंजाम तक पहुंचाने का भरसक प्रयास हो रहा है।

बड़कोट में बेरोजगारों का आंदोलन 1 सितंबर को

संघ प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार ने बताया कि पेपर लीक मामले, विधानसभा नियुक्तियों में धांधली की CBI जांच को लेकर उत्तरकाशी जिले के बड़कोट तहसील में गुरूवार 1 सितंबर को विशाल धरना प्रदर्शन होगा। उन्होंने कहा कि आगे पूरे प्रदेश में आंदोलन छेड़ा जाएगा। धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए उन्होंने युवाओं से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की। महारैली बस स्टैंड से तहसील कार्यालय तक किया जाएगा।

यूकेडी नेता मोहित डिमरी बोले, "बेरोजगारों के लिए न्याय से पीछे नहीं हटूंगा"

भर्ती घोटालों की CBI जांच की मांग को लेकर रुद्रप्रयाग से उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि बेरोजगारों को न्याय दिलाने के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी। डिमरी रुद्रप्रयाग में सोमवार से जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को नेताओं और अधिकारियों ने मजाक बनाकर रख दिया है। आखिरी सांस तक सीबीआई जांच की मांग के लिए बेरोजगारों के पक्ष में खड़ा रहूंगा। उन्होंने प्रदेश के युवाओं से अपील कि हिम्मत के साथ सरकार के समक्ष अपनी लड़ाई लड़ें।

अन्याये: उत्तराखंड में एग्जाम नहीं, मंत्री तय करते हैं नौकरी की योग्यता

विधानसभा और अन्य विभागों में चहेतों को नौकरी दिलाने के लेटर सामने आने के बाद मंत्री और पूर्व मंत्री खुद को पाक साफ बताने में लगे हैं। ऐसे बयान दे रहे हैं जो खपने वाली बात तो कत्तई नहीं है। मंत्री रेखा आर्या का लेटर वायरल होने पर उन्होंने बयान दिया कि " जनप्रधिनिधि हूं, कोई लेटर लेकर मेरे पास आयेगा तो उसकी सिफारिश करना मेरा काम है...आगे भी करती रहूंगी।" देखा जाए तो नियुक्ति की अपनी चयन प्रक्रिया होती है। वैसे भी सभी जानते हैं मंत्री का लेटर अगर किसी विभाग में चला जाए तो नियम विरुद्ध जाकर विभाग को नियुक्ति देने के लिए बाध्य किया जाता है। ऐसा ही बयान पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने दिया है कि उन्होंने अपने लोगों को नियुक्ति देकर कुछ गलत नहीं किया। और न ही प्रेमचंद अग्रवाल ने नियम विरुद्ध नियुक्ति की है। 


Viral Letter 👆


बॉबी पंवार ने मंत्रियों के बयान पर उठाए सवाल!

प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि विधानसभा नियुक्ति हो या अन्य विभागों में। कोई भी मंत्री सिस्टम से उपर नहीं है। क्या कोई मंत्री ये तय करेगा कि कौन योग्य है और किसको नौकरी देनी चाहिए? जिनको नौकरी दी उनकी योग्यता का आकलन कोई मंत्री नहीं कर सकता। उसकी अलग चयन प्रक्रिया होती है। मंत्री जी करते भी हैं तो सिर्फ अपने चहेतों की सिफारिश। आज तक किस आम आदमी को नौकरी दे दी? उत्तराखंड के लिए दुर्भाग्य की बात है कि ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान भी मंत्री ही देते हैं। ये सरासर प्रदेश के लाखों योग्य बेरोजगारों के भविष्य से खिलवाड़ है। सरकार को इन मामलों में कड़ा एक्शन लेना चाहिए।


UKSSSC मामले में 29 गिरफ्तार, आज कुमाऊं से मास्टर जी को दबोचा



UKSSSC paper leak मामले में एसटीएफ ने एक और गिरफ्तारी की है। इसी के साथ पेपर लीक में अब तक 29 गिरफ्तारी हो चुकी है। एसटीएफ ने जिस सरकारी स्कूल के मास्टर को गिरफ्तार किया है वह लोहाघाट स्थित प्राथमिक विद्यालय में मास्टर है। STF के अनुसार मास्टर ने कुमाऊँ के दो रिजॉर्ट में सामूहिक रूप से कई को नकल कराई थी, जिन्हें चिन्हित कर लिया गया है। आरोपी बलवंत सिंह रौतेला मास्टर बनने से पहले छोटे-मोटे इलेक्ट्रॉनिक के सामान आदि बेचता था। STF उससे गहन पूछताछ कर रही है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ