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पुरोला मामले में धमकी मिलने पर राज्य पुलिस के मुखिया चुप क्यों : मैखुरी

 U Times, देहरादून

भाकपा (माले) के राज्य सचिव इन्द्रेश मैखुरी ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से सवाल किया है कि आखिर उन्हें धमकी मिलने के बावजूद वह चुप क्यों हैं। 

मैखुरी ने 26 मई को पुरोला की घटना के उल्लेख के साथ पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर कहा कि एक व्यक्ति ने अपने फेसबुक अकाउंट से आपके कार्यालय का फोटो साझा किया और लिखा कि उक्त व्यक्ति ने लव जिहाद के मामले में आपसे बात की। पोस्ट में यह भी लिखा है कि पुलिस जबरन पुरोला में दुकानें खुलवाने का प्रयास न करे।

U Times, No.1

यह हैरत की बात है कि गैर कानूनी तरीके से, डराकर बंद कराई गई दुकानों के मामले में कोई व्यक्ति, राज्य पुलिस के मुखिया को ऐसा कह सकता है कि पुलिस जबरन दुकानें खुलवाने की कोशिश न करे। यह तो खुली धमकी है। जिस फेसबुक एकाउंट पर लिखी गयी है, उसका नाम है- देवभूमि रक्षा अभियान।

 पुरोला में अल्पसंख्यकों की दुकानों के बाहर धमकी भरे पोस्टरों पर भी देवभूमि रक्षा अभियान नाम लिखा है। हैरत की बात है कि पुरोला में पोस्टर लगाने के लिए जिस अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है, वह तो खुले तौर पर डीजीपी कार्यालय में न केवल फोटो खिंचवा रहा है बल्कि दावा कर रहा है कि पुलिस जबरन पुरोला में दुकानें खुलवाने की कोशिश न करे। 

पढ़ें: पुरोला पहुंचे डीएम, एसपी, ओवैसी की महापंचायत रोकने की मांग

राज्य के पुलिस प्रमुख होने के बाद भी आप ऐसी बातें क्यों बर्दाश्त कर रहे हैं, यह समझना मुश्किल है। ऐसे व्यक्तियों को इस तरह की छूट क्यों दी जा रही है। एक व्यक्ति तो इससे पहले भी हरिद्वार धर्म संसद समेत तमाम जगह नफरत भरे भाषण देने में शामिल रहा है। 

उच्चतम न्यायालय का आदेश है कि पुलिस स्वतः संज्ञान लेकर कार्यवाही करे और सांप्रदायिक घृणा और उन्माद फैलाने की अनुमति किसी को नहीं दी जानी चाहिए।

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