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उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अंदरखाने जोड़-तोड़ शुरू, इतिहास दोहराने की तैयारी

प्रकाश रांगड़, उत्तरकाशी

उत्तरकाशी में जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट अनारक्षित कर दी गई है। सीट आरक्षण निर्धारण के बाद उत्तरकाशी में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदारों ने चुने गए अन्य सदस्यों को पाले में लाने के लिए अंदरखाने जोड़ तोड़ की राजनीति भी शुरू कर दी है। 

राजनीतिक गलियारों में अध्यक्ष पद के संभावित दावेदारों के नामों की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, सरकार के आरक्षण निर्धारण की प्रक्रिया में अभी आपत्तियों का निस्तारण होना बाकी है। 


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माना जा रहा था कि इस बार उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष सीट ओबीसी या महिला आरक्षित हो सकती है, लेकिन सरकार के अनंतिम आरक्षण निर्धारण की सूची से इस वर्ग के दावेदारों की दौड़ ही खत्म हो गई है। अनारक्षित सीट के बाद कुछ पुराने तो कुछ नए नामों के अध्यक्ष पद की दावेदारी की चर्चा सुनाई दे रही है। 

इनमें भाजपा के रमेश चौहान, निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, सुखदेव रावत आदि नाम सुर्खियों में तैर रहे हैं। भाजपा इस बार अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे मजबूत स्थिति में मानी जा रही है। हालांकि, भाजपा अभी किसे अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित करती है, इस पर सस्पेंस बरकरार है। रमेश चौहान पर सहमति बन सकती है, ऐसी चर्चा फिलहाल सुनने में आ रही है। 

दावेदारों में रमेश चौहान की बात करें तो वह भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष भी रहे हैं और संगठन में कई अहम पदों पर जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इन सबके बीच जिले के विधायक से लेकर पूर्व विधायक संगठन के उम्मीदवार को अध्यक्ष पद की कुर्सी पर काबिज कराने के लिए अंदरखाने जोड़-तोड़ में जुट गए हैं। भाजपा समर्थित सात प्रत्याशी इस बार सदस्य चुनकर आए हैं।

इसी तरह निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष और रामा वार्ड 24 से सदस्य चुनकर आए दीपक बिजल्वाण के नाम की चर्चा आम है। बिजल्वाण पंचायती राजनीति में जोड़-तोड़ के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। उन्होंने अध्यक्ष पद पर अपनी प्रबल दावेदारी पेश की है। 

इस तरह, बिजल्वाण उत्तरकाशी जिला पंचायत में इतिहास दोहराने की तैयारी में भी हैं। यहां इतिहास में एक बार अध्यक्ष बनने के बाद दोबारा कोई अध्यक्ष नहीं बना, लिहाजा इस मिथक के टूटने या बरकरार रहने का इंतजार भी है। वार्ड 18 से चुनकर आए सुखदेव रावत के नाम की चर्चा लोगों की जुबान पर है। 

इसके अलावा आपत्ति लगती है और सीट आरक्षण में बदलाव की स्थिति बनती है तो वार्ड 16 से बीना चौहान का नाम भी चर्चाओं में है। हालांकि, और भी प्रबल दावेदार सामने आ सकते हैं, जिन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। 

कुल मिलाकर कुर्सी पर काबिज होने की दौड़ काफी तेज हो गई है। देखा जाए तो, उत्तरकाशी जिला पंचायत में कुल 28 वार्ड हैं।

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